सीहोर ( गौतम शाह ) एक उम्मीदवार ऐसा भी जो शोरगुल, तामझाम ओर दिखावै के बिना कर रहा चुनावी प्रचार
सीहोर न कोई शोर शराबा न कोई दिखावा - एक जनसंपर्क ऐसा भी सीहोर चुनावी दोर में गली मोहल्ले सहित हर चौराहे पर कान फोड़ू शोर, बड़ी बड़ी रैलियों के माध्यम से नामांकन दाखिल करना हाईटेक सोशल मीडिया का सहारा समर्थकों की विशाल फ़ौज रोज हजारो की फूल माला ढोल तासे की आवाज की बीच एक ऐसा प्रत्याशी जो इन सबके बिना समर्पित कार्यकर्ता के साथ चुनावी समर में अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है चुनावी बिगुल बजने के साथ ही सीहोर विधानसभा में मुख्य पार्टी भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी मुकाबले में आमने सामने है दोनो हो दलों ने रैलियों के माध्यम से अपनी ताकत नगर की जनता को दिखाने का पुरजोर प्रयास कर रहे है आगे आगे जैसे जैसे चुनावी समर में योद्धा आगे आएंगे वैसे वैसे चुनावी समर तीखा ओर तेज होता जाएगा हम यहाँ चुनावी समर के एक ऐसे योद्धा की बात कर रहे जो अपनी कुशल चुनावी रणनीति को बिना किसी तामझाम के अपने समर्पित सर्मथकों के सहारे आगे बढ़ा रहे है बसपा उम्मीदवार कमलेश दोहरे अपने समर्पित कार्यकर्ता के सहारे इस चुनावी में समर में अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज कर भाजपा ओर कांग्रेस कर लिए मजबूत चुनोती खड़ी कर रहे है बसपा