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Showing posts from January, 2018

सीहोर (गौतम शाह)जिला पंचायत सीईओ केदार सिंह ने दिया स्वछता संदेश

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सीहोर (गौतम शाह) जिला पंचायत सीईओ केदार सिंह ने दिया स्वच्छता का संदेश ग्राम जांहगीरपूरा पहुँचकर  शौचालय टैंक को किया साफ निकले हुए खाद को पौधों के लिए  महिला से खरीदा सीहोर। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना स्वच्छ भारत हो अपना। इसी उद्देश्य के साथ ग्रामीणों को के बीच स्वच्छता का संदेश देने के लिए जिला पंचायत सीईओ केदार सिंह ग्राम जहँगीरपुरा पहुचें।अपनी टीम के साथ शौचालय टैंक को साफ किया। जानकारी के अनुसार जिला पंचायत सीईओ केदार सिंह स्वच्छ भारत मिशन के अंर्तगत अपनी टीम के साथ ग्रामीणों के बीच स्वछता का संदेश देने के लिए ग्रामीण महिला गीता बाई के घर पहुचें।और शौचालय के लिए बने टैंक को को साफ किया।और निकलने वाले खाद को पौधों के लिए खरीदा। सीईओ केदार सिंह ने बताया समूह द्वारा सूचना मिल रही थी ।ग्राम जहँगीरपुरा में ग्रामीण महिला गीता बाई के घर पर शौचालय के लिए बना टैंक भरा हुआ था।जिसे साफ करने के लिए कोई आगे नही आरहा था।ग्रामीणों के बीच स्वच्छता संदेश देने के लिए समूह और अपनी।टीम के साथ महिला के घर पहुँचकर शौचालय से भरे टैंक को साफ किया।और ग्रामीणों को  स्वच्छता के लिए

सीहोर (गौतम शाह) सेवादल के जिला अध्यक्ष राकेश राय ने कार्यकर्ताओ के साथ कि दिग्गी राजा की आगवानी

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सीहोर(गौतम शाह)  दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा में शामिल हुए पूर्व नपा-अध्यक्ष राकेश राय सीहोर- कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा मे आज कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रिय मुख्य संघटक महेंद्र जोशी और सेवादल के जिला अध्यक्ष राकेश राय ने बुधनी पहुंचे और यात्रा में शामिल हुए,इस अवसर पर श्री राकेश राय ने दिग्विजय सिंह का स्वागत किया, गोरतलब है आज पूर्व सी एम दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा का जिले में अंतिम पड़ाव था अब उनकी धार्मिक नर्मदा यात्रा रायसेन जिले में प्रवेश करेगी इस अवसर पर सेवादल के जिला अध्यक्ष राकेश राय के साथ घनश्याम यादव, मुन्नवर खान, सलीम कुद्दूसी,बहादुर दांगी, प्रदीप यादव, जगदीश तिवारी ,चौथमल पटेल सहित बड़ी संख्या में सेवादल कार्यकर्ता शामिल हुए, 

सीहोर (गौतम शाह) सी एम के भाई ने की दिग्विजय सिंह की आगवानी

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सीहोर (गौतम शाह)  पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा सीएम शिवराज के गृह ग्राम जेत पहुंची।इस अवसर सीएम शिवराज के छोटे भाई नरेंद्र मास्साब ने दिग्विजय सिंह की अगवानी की,सीएम के गृह ग्राम जेत में दिग्विजय सिंह और अमृता सिंह का जगह जगह ग्रामीणों ने जगह जगह स्वागत किया, आपको बतादे  विजया दशमी पर्व से प्रारंभ की पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं उनकी धर्म पत्नी अर्मता सिंह  के साथ नर्मदा  परिक्रमा कर रहें है। नर्मदा परिक्रमा यात्रा सीएम शिवराज के विधान सभा क्षेत्र बुधनी से होती हुई ग्रह ग्राम जेत पहुंचने पर सीएम शिवराज भाई नरेंद्र मास्साब ने उनकी अगवानी की और मंच भी साझा किया, हालांकि नरेंद चौहान ने इस आगवानी को सामान्य शिस्टाचार बताया है नगर राजनीतिक पंडित इस मुलाकात के कई मायने निकाल राह

सीहोर (गौतम शाह) देश को 2 तानाशाह चला रहे है -संजय कपूर राषटीय सचिव कांग्रेस

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सिहोर (गौतम शाह) कांग्रेस के राषटीय सचिव संजय कपूर आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलने बस स्टैंड स्थित कांग्रेस कार्यालय पहुचे जहाँ उन्हनो कांग्रेस नेताओं सहित अनेक कार्यकर्ताओ से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर वन टू वन विचार विमर्श किया इस दौरान भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओ का हुजूम कांग्रेस कार्यालय पर लगा रहा कांग्रेस के राषटीय सचिव ने प्रेस से चर्चा के दौरान पूछे गए सवालों का जवाब देते हुवे प्रवीण तोगड़िया वाले मामले में कहा कि जब भाजपा समर्थित लोगो को रोना पड़ रहा है तो समझो इस सरकार का अंत करीब है संजय कपूर ने कहा कि देश को 2 तानाशाह चला रहे है मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के बारे में कहा कि 14 साल में जब रावण का अंत हो गया तो ये सरकार भी नही रहेगी केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों को फेल बताते हुवे संजय कपूर ने कहा कि दोनों सरकार किसानों और कर्मचारियों का शोषण कर रही है हाल ही में महिला आधायपको दवरा मुडन कराए जाने पर कहा कि ये परिस्थितियां निराशाजनक है आगामी चुनाव के लिए कांग्रेस कमर कस चुकी है व कार्यकर्ताओं में जोश है हम बूथ स्तर तक कांग्रेस की टीम खड़ी करेगे ओर इसे तीन हि

सीहोर (गौतम शाह) क्यो पहनी जाती है तांबे की अंगूठी क्या फायदे है जानिए

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सीहोर (गौतम शाह)  ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों के बारे में बताया गया है और हर ग्रह के लिए किसी एक धातु को विशेष मान्यता दी गई है। सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है और तांबे को धातुओं को राजा माना जाता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सोना, चांदी और तांबा शुद्ध धातु माने गए हैं। तांबा एक प्रकार का ऐसा धातु है जिसे ज्योतिष और विज्ञान दोनों ही नहीं नकार सकते हैं। माना जाता है कि तांबा धारण करने से या इस्तेमाल करने से शरीर अनेकों बीमारियों से बचा रहता है। इसमें ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो किसी भी चीज से किटाणुओं को खत्म कर देता है। – तांबे की अंगूठी सूर्य की उंगली यानि रिंग फिंगर में पहनना शुभ माना जाता है। इस उंगली में तांबा धारण करने से सूर्य के सभी दोष खत्म हो जाते हैं। – तांबे की अंगूठी जितनी वास्तु के अनुसार लाभदायक मानी गई है उतनी ही वो स्वास्थ्य और त्वचा के लिए भी लाभकारी है। नाखून और त्वचा से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में तांबा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। – किसी व्यक्ति की पर यदि मंगल की क्रूर दशा हो तो उसके लिए तांबा एक लाभकारी धातु है इससे मंगल के प्रभाव समाप्त

सीहोर (गौतम शाह) 356 सेनिको की शहादत को याद कर मनाया जाता है मकर सक्रांति पर्व

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आजादी के इतिहास का पहली सैनिक क्रंति जिसमे 356 देश के वीर सपूतों ने स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी दिन था मकर सक्रांति देश मे वैसे तो मकर सक्रांति का पर्व तिल और गुड़ के बनी मिठाई के लिए जाना जाता है मगर सीहोर में ये पर्व शहादत के रूप में मनाया जाता है  14 जनवरी 1858 को सीहोर में 356 क्रन्तिकारियो को अंग्रेज कर्नल हीरोज ने सिर्फ इसलिए गोलियों से छलनी कर दिया था कियोकि इन देशभक्तों ने 6 अगस्त 1857 को अग्रेजी साम्राज्य को ध्वस्त करते हुवे तत्कालीन सीहोर कैंटोनमेंट में सिपाही बहादुर के नाम से अपनी स्वतंत्र सरकार स्थापित कर ली थी यह देश की अनूठी ओर इकलौती क्रन्तिकारियो की सरकार ने 6 माह तक सीहोर को अंग्रेजो से मुक्त रखा लेकिन क्रन्तिकरियो के इस सामूहिक नरसंहार के बाद सीहोर पर अंग्रजी हुकूमत का कब्जा हो गया नगर के लोग आज भी 14 जनवरी मकर सक्रांति को देश के इन वीर सपूतों की कुर्बानी को याद कर मानते है और सेकड़ाखेड़ी स्थित समाधि स्थल पर जाकर इन वीर सपूतों को श्रधांजलि अर्पित करते है इस घटना को मालवा के जलियावाला बाग के नाम से भी जाना जाता है और सम्भवता पूरे देश मे सीहोर ही एकमात्र ऐस

सीहोर (गौतम शाह) किन्नरों के बीच चले लात घुसे

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सिहोर (गौतम शाह) असली ओर नकली किन्नरों के बीच चले लात घुसे सीहोर। नगर में गुरुवार को शहर के लीसा टाकीज चोराहे पर असली ओर नकली किन्नरों के बीच जमकर लात घूसे चले। बताया जा रहा है कि कुछ लोग नकली किन्नर बनकर शहर की दुकानों से अवैध वसूली कर रहे थे दुकानदारो को शक होने पर उन्होंने शहर की पूर्व पार्षद किन्नर पायल जान को फोन पर सूचना दे दी। सूचना पर पूरे दल बल के साथ पहुची पायल ने अपने साथियों के साथ इन नकली किन्नरों से उनकी पहचान जानने की कोशिश की लेकिन इनके द्वारा  सहयोग नही करने पर विवाद की स्थिति बन गई। इस दौरान दोनों पार्टियों में विवाद हो गया। दोनों पार्टियों में जमकर लात घुसे चले। पूरा मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया।

सीहोर (गौतम शाह) ब्राह्मी लिपि को पुनर्जीवित करने का प्रयास है किताब बम्भी माला - जैन साध्वी शास्वत पूर्णा श्री जी

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सीहोर (गौतम शाह) विलुप्ति की कगार पर खड़ी ब्राह्मी लिपि को आसानी से समझ में आ सके इसको लेकर जैन साध्वी शास्वत पूर्णा श्री जी ने ब्राह्मी लिपि पर आधारित किताब बम्भी माला की शुरुवात की 5 वर्षो तक देश के विभिन स्थानों पर शिलालेखो पर अंकित ब्राह्मी लिपि का अध्यन ओर ब्राह्मी पर शोध उपरांत जैन साध्वी ने अपनी किताब बम्भी माला को आकार दिया और इस किताब को प्रकाशित करवाया सरल ओर आसानी से जन्मनास को ब्राही लिपि समझ मे आ सके और देश की विलुप्त हो चुकी इस लिपि के माध्यम से देश की संस्कृति के बारे में जानकारी उपलब्ध हो सके मूल रूप से किताब का उद्देश्य है देश मे मौजूद ब्राह्मी लिपि की तमाम किताबे अंग्रजी भाषा मे उपलब्ध है इसलिए इस किताब को हिंदी भाषा मे लिखा गया है जैन साध्वी ने किताब के बारे में जानकारी देते हुवे बताया कि जब इस ब्राह्मी लिपि की इस किताब को लिखने का विचार मन मे चल रहा था तब कोई मार्ग नही दिख रहा था अनेको कठिनाई सामने थी कहा से शुरुवात की जाए इस बारे में भी संशय था तब भर्मण के दौरान सीहोर आना हुआ और नगर के प्राचीन चिंतामन गणेश मंदिर जाने का अवसर मिला ओर भगवान गणेश जी के दर्शन के बाद अच

सीहोर (गौतम शाह) साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिशाल है दरगाह ओर मातारानी का मंदिर

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सीहोर (गौतम शाह) हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतिक है जींद बाबा की दरगाह और माता रानी का मंदिर नव वर्ष पर लगता है मेला हजारो की संख्या में आते श्रद्धालु सीहोर नगर से तीन किलो मीटर दूर भोपाल सीहोर मार्ग पर स्थित राश्ट्रीय एकता का प्रतिक एंव सर्वधर्म की गंगा जमनी तहजीब के रूप में यहा पर स्थित जिदं बाबा की दरगाह एंव उसके पास मे ही माता मंदीर आज भी पूरे क्षेत्र में कोमी एकता की मिशाल के रूप में स्थित है। यहां साल भर तो श्रद्वालुओं का आना लगा रहता हैय साथ ही नए साल पर यहां पर मेला लगता है और भंडारा होता है जिसमे हजारो की संख्या मे श्रद्वालुगण आते है। नए साल की षुरूआत धार्मिक स्थान से करते है बताया जाता है कि यह बहुत ही प्राचिन है यहां श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूरी होती है; यहां आकर लोग अपनी मन्नत मानते है एंव मन्नत पुरी होने के बाद दरगाह पर चादर और माता को चुनरी चढाते है  यही इनकी देख रेख हेतु बनी समिति द्वारा प्रत्येक साल एक जनवरी को मेला लगता है और विशाल भंडारा होता है एंव दिन भर यह कार्यक्रम चलता रहता है जिसमें दूर दूर से श्रद्वालु आते है उल्लेखनिय है कि जिदं बाबा एंव माता मंदीर क