सीहोर (गौतम शाह) साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिशाल है दरगाह ओर मातारानी का मंदिर
सीहोर (गौतम शाह)
हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतिक है जींद बाबा की दरगाह और माता रानी
का मंदिर
नव वर्ष पर लगता है मेला हजारो की संख्या में आते श्रद्धालु
सीहोर नगर से तीन किलो मीटर दूर भोपाल सीहोर मार्ग पर स्थित राश्ट्रीय एकता का प्रतिक एंव सर्वधर्म की गंगा जमनी तहजीब के रूप में यहा पर स्थित जिदं बाबा की दरगाह एंव उसके पास मे ही माता मंदीर आज भी पूरे क्षेत्र में कोमी एकता की मिशाल के रूप में स्थित है। यहां साल भर तो श्रद्वालुओं का आना लगा रहता हैय साथ ही नए साल पर यहां पर मेला लगता है और भंडारा होता है जिसमे हजारो की संख्या मे श्रद्वालुगण आते है। नए साल की षुरूआत धार्मिक स्थान से करते है
बताया जाता है कि यह बहुत ही प्राचिन है यहां श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूरी होती है; यहां आकर लोग अपनी मन्नत मानते है एंव मन्नत पुरी होने के बाद दरगाह पर चादर और माता को चुनरी चढाते है यही इनकी देख रेख हेतु बनी समिति द्वारा प्रत्येक साल एक जनवरी को मेला लगता है और विशाल भंडारा होता है एंव दिन भर यह कार्यक्रम चलता रहता है जिसमें दूर दूर से श्रद्वालु आते है
उल्लेखनिय है कि जिदं बाबा एंव माता मंदीर के सेवादार एक ही व्यक्ति है जो दोनो स्थानो की देख रेख करते है । दोनो स्थान लोगो के स्ममानित आस्थाओ का प्रतिक है
हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतिक है जींद बाबा की दरगाह और माता रानी
का मंदिर
नव वर्ष पर लगता है मेला हजारो की संख्या में आते श्रद्धालु
सीहोर नगर से तीन किलो मीटर दूर भोपाल सीहोर मार्ग पर स्थित राश्ट्रीय एकता का प्रतिक एंव सर्वधर्म की गंगा जमनी तहजीब के रूप में यहा पर स्थित जिदं बाबा की दरगाह एंव उसके पास मे ही माता मंदीर आज भी पूरे क्षेत्र में कोमी एकता की मिशाल के रूप में स्थित है। यहां साल भर तो श्रद्वालुओं का आना लगा रहता हैय साथ ही नए साल पर यहां पर मेला लगता है और भंडारा होता है जिसमे हजारो की संख्या मे श्रद्वालुगण आते है। नए साल की षुरूआत धार्मिक स्थान से करते है
बताया जाता है कि यह बहुत ही प्राचिन है यहां श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूरी होती है; यहां आकर लोग अपनी मन्नत मानते है एंव मन्नत पुरी होने के बाद दरगाह पर चादर और माता को चुनरी चढाते है यही इनकी देख रेख हेतु बनी समिति द्वारा प्रत्येक साल एक जनवरी को मेला लगता है और विशाल भंडारा होता है एंव दिन भर यह कार्यक्रम चलता रहता है जिसमें दूर दूर से श्रद्वालु आते है
उल्लेखनिय है कि जिदं बाबा एंव माता मंदीर के सेवादार एक ही व्यक्ति है जो दोनो स्थानो की देख रेख करते है । दोनो स्थान लोगो के स्ममानित आस्थाओ का प्रतिक है
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