सीहोर(गौतम शाह) नगर पालिका ने पेश किया बजट पार्षदों ने किया हंगामा
बजट का एजेंडा देते ही मांगा अभिमत, तो बिफरे पार्षदों ने किया हंगामा
सीहोर (गौतम शाह)
मंगलवार को जैसे ही नगर पालिका ने वर्ष-2018-19 का बजट पेश किया। इस दौरान सीएमओ ने बजट की प्रतियां बटवाते हुए कहा कि अपना अभिमत दें, तो मौजूद पार्षद बिफरकर हंगामा करने लगे। उनका कहना था कि आठ दिन में बजट तैयार हुआ और हमसे प्रतियां देते ही अभिमत मांगा जा रहा है। या तो पहले बजट की कापी हमें देने थी या अब हमें इसे पढऩे का समय दिया जाए। इसे बाद पार्षदों ने सवालों की झडी लगाते हुए हंगामा कर दिया। करीब डेढ घंटे चली बैठक में एक दर्जन मुद्दों पर जमकर बहस चली। इस दौरान स्वच्छता निरीक्षक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास कर निलंबित करने की मांग तो नपा उपाध्यक्ष ने स्वच्छता दूतो की मांगों का समर्थन कर नियमित करने का मामला उठाया। हालांकि इस बार बजट को6 लाख 20 हजार का शुद्ध लाभ बताया और 2817-18 के बजट 98 करोड़ 45 लाख को बढ़ाकर 1 अरब 41 लाख का पेश किया गया।
मंगलवार को हुई नपा की बजट की बैठक में बजट की प्रतियां देकर सीएमओ ने पढ़ते हुए कहा भोपाल सीए से लाभ का बजट तैयार कराया है अपना अभिमत दे, तो पार्षद ने आपत्ती उठाई। इस दौरान वार्ड क्रमांक 23 के पार्षद रामू चौधरी ने कहा कि जब 8 दिन बजट बनाने में लगे तो हमें भी 8 दिन पढऩे का समय दें। 15 मिनट में हम अरबो रुपए का बजट कैसे पास कर दें। इसके बाद नपा उपाध्यक्ष राखी ताम्रकार ने शहर में स्वच्छता दूतों की हड़ताल का हवाला देते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए। यह वह लोग हैं जो प्रधानमंत्री के सपनों को पूरा कर रहे हैं, पर इनकी मांगे पूरी करने हर बार आश्वासन दिया जाता है, जिसका सभी पार्षदों ने समर्थन किया, वहीं सीएमओ ने कहा शासन को लिखा है हम कुछ नहीं कर सकते।
महिला पार्षद को अध्यक्ष ने कराया चुप तो भड़के पार्षद
वार्ड 25 की पार्षद सहोद्रा बाई ने जैसे ही अपने वार्ड के विकास का हवाला देते हुए कहा कि कई वार्डो में डेढ़-डेढ़ करोड के विकास हो गए है, लेकिन कई वार्ड ऐसे हैं, जहां बार-बार कहने के बाद भी भेदभाव किया जा रहा है, जिसके बाद अध्यक्ष अमिता अरोरा महिला पार्षद पर भड़क उठी, जिस पर पार्षदों ने नपाध्यक्ष को घेरते हुए उनके बर्ताव की निंदा करते हुए विरोध जताते हुए एकमत होकर अच्छी भाषा में बर्ताव करने का आग्रह किया।
किससे पूछकर बिना टेंडर के दे दी दुकान, मुझे जबाव चाहिए
हंगामेदार बजट की बैठक में हर पार्षद कहीं न कहीं अपने वार्डों की समस्या रख रहे थे, जिसका अध्यक्ष जबाव नहीं दे पा रही थीं, वहीं वार्ड 20 के पार्षद आकाश रोहित ने कहा कि नपा खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है। क्योंकि मेरे वार्ड में अपने चहेते को बिना टेंडर और नीलामी के एक व्यक्ति विशेष को दे दी गई। यहां तक वार्ड पार्षद को जानकारी भी नहीं दी गई। नपा परिसर में जो दुकान दी गई है, उसका बिजली और नेट भी नपा का उपयोग हो रहा है। जिस पर कार्रवाई होनी चाहिएं, जिसका सभी पार्षदों ने समर्थन किया तो दबाव में सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि सीएमओ साब इन दुकानदारों पर एफआईआर दर्ज कराओ।
बैठक में पहुंचे पार्षद स्वच्छता को लेकर इतने खफा नजर आए कि बिना पक्षपात के सभी ने एक मत होकर कहा हम ऐसे कर्मचारी को क्यों ढो रहे है, जिनका न तो मोबाइल नंबर चालू रहता है न संपर्क करने पर समय पर सेवाएं मिलती है। क्यों ने ऐसे स्वच्छता निरीक्षक अमित यादव का निलंबन किया जाए। इतना ही नहीं मौके पर ही पार्षदों ने निंदा प्रस्ताव भी पारित किया।
सीहोर (गौतम शाह)
मंगलवार को जैसे ही नगर पालिका ने वर्ष-2018-19 का बजट पेश किया। इस दौरान सीएमओ ने बजट की प्रतियां बटवाते हुए कहा कि अपना अभिमत दें, तो मौजूद पार्षद बिफरकर हंगामा करने लगे। उनका कहना था कि आठ दिन में बजट तैयार हुआ और हमसे प्रतियां देते ही अभिमत मांगा जा रहा है। या तो पहले बजट की कापी हमें देने थी या अब हमें इसे पढऩे का समय दिया जाए। इसे बाद पार्षदों ने सवालों की झडी लगाते हुए हंगामा कर दिया। करीब डेढ घंटे चली बैठक में एक दर्जन मुद्दों पर जमकर बहस चली। इस दौरान स्वच्छता निरीक्षक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास कर निलंबित करने की मांग तो नपा उपाध्यक्ष ने स्वच्छता दूतो की मांगों का समर्थन कर नियमित करने का मामला उठाया। हालांकि इस बार बजट को6 लाख 20 हजार का शुद्ध लाभ बताया और 2817-18 के बजट 98 करोड़ 45 लाख को बढ़ाकर 1 अरब 41 लाख का पेश किया गया।
मंगलवार को हुई नपा की बजट की बैठक में बजट की प्रतियां देकर सीएमओ ने पढ़ते हुए कहा भोपाल सीए से लाभ का बजट तैयार कराया है अपना अभिमत दे, तो पार्षद ने आपत्ती उठाई। इस दौरान वार्ड क्रमांक 23 के पार्षद रामू चौधरी ने कहा कि जब 8 दिन बजट बनाने में लगे तो हमें भी 8 दिन पढऩे का समय दें। 15 मिनट में हम अरबो रुपए का बजट कैसे पास कर दें। इसके बाद नपा उपाध्यक्ष राखी ताम्रकार ने शहर में स्वच्छता दूतों की हड़ताल का हवाला देते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए। यह वह लोग हैं जो प्रधानमंत्री के सपनों को पूरा कर रहे हैं, पर इनकी मांगे पूरी करने हर बार आश्वासन दिया जाता है, जिसका सभी पार्षदों ने समर्थन किया, वहीं सीएमओ ने कहा शासन को लिखा है हम कुछ नहीं कर सकते।
महिला पार्षद को अध्यक्ष ने कराया चुप तो भड़के पार्षद
वार्ड 25 की पार्षद सहोद्रा बाई ने जैसे ही अपने वार्ड के विकास का हवाला देते हुए कहा कि कई वार्डो में डेढ़-डेढ़ करोड के विकास हो गए है, लेकिन कई वार्ड ऐसे हैं, जहां बार-बार कहने के बाद भी भेदभाव किया जा रहा है, जिसके बाद अध्यक्ष अमिता अरोरा महिला पार्षद पर भड़क उठी, जिस पर पार्षदों ने नपाध्यक्ष को घेरते हुए उनके बर्ताव की निंदा करते हुए विरोध जताते हुए एकमत होकर अच्छी भाषा में बर्ताव करने का आग्रह किया।
किससे पूछकर बिना टेंडर के दे दी दुकान, मुझे जबाव चाहिए
हंगामेदार बजट की बैठक में हर पार्षद कहीं न कहीं अपने वार्डों की समस्या रख रहे थे, जिसका अध्यक्ष जबाव नहीं दे पा रही थीं, वहीं वार्ड 20 के पार्षद आकाश रोहित ने कहा कि नपा खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है। क्योंकि मेरे वार्ड में अपने चहेते को बिना टेंडर और नीलामी के एक व्यक्ति विशेष को दे दी गई। यहां तक वार्ड पार्षद को जानकारी भी नहीं दी गई। नपा परिसर में जो दुकान दी गई है, उसका बिजली और नेट भी नपा का उपयोग हो रहा है। जिस पर कार्रवाई होनी चाहिएं, जिसका सभी पार्षदों ने समर्थन किया तो दबाव में सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि सीएमओ साब इन दुकानदारों पर एफआईआर दर्ज कराओ।
बैठक में पहुंचे पार्षद स्वच्छता को लेकर इतने खफा नजर आए कि बिना पक्षपात के सभी ने एक मत होकर कहा हम ऐसे कर्मचारी को क्यों ढो रहे है, जिनका न तो मोबाइल नंबर चालू रहता है न संपर्क करने पर समय पर सेवाएं मिलती है। क्यों ने ऐसे स्वच्छता निरीक्षक अमित यादव का निलंबन किया जाए। इतना ही नहीं मौके पर ही पार्षदों ने निंदा प्रस्ताव भी पारित किया।
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