सीहोर(गौतम शाह) नगर के युवा पत्रकार आकाश माथुर बने लेखक शोषित महिलाओं की मनोदशा पर लिखी किताब मिटू

शोषण के बाद महिलाओं की मनादशा बयान करती आकाश की  पुस्तक हैस टेग मीटू  भोपाल। कुछ महिनों पर मी टू शब्द चर्चा में था। न्यूज चैनल, अखबर और सोशल साईटस पर यह हर मी टू शब्द आप सुन और देख रहे थे। पत्रकार, सिने जगत और नामचीन महिलाएं मी टू अभियान में आगे आकर अपनी आपबीती समाज को बतला रही थी। अभिनेता और या राजनेता या फिर पत्रकार सभी पर गंभीर आरोप लगे। इन अरोपों के बाद मामले कोर्ट  तक पहुंचे और लंबित भी हैं। मीटू एक बार फिर से चर्चा में है।   कार्यस्थल या फिर कार्य के दौरान मानसिक और शारीरिक रुप से शोषण और उसके बाद महिलाओं की मनोदशा को रेखांकित किया गया है आकाश माथुर की किताब हैस टेग मीटू ने। रविवार 17 मार्च को मध्यप्रदेश की राजनीति भोपाल के राज्य संग्रहालय में ख्यात साहित्यकारों की उपस्थिति में आकाश माथुर की पुस्तक हैस टेग मीटू का विमोचन हुआ। इस पुस्तक में 12 कहानियों का संग्रह है। आकाश सीहोर जिले के रहने वाले हैं और एक दैनिक समाचार पत्र में पत्रकार के रुप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कार्यक्रम में साहित्यकार शशिकांत यादव,डॉ. प्रेम जनमेजय,पंकज सुबीर, गीता श्री,संतोष चौबे,मनीषा कुलश्रेष्ठ,नीरज गोस्वामी, समीर यादव, बुधराम यादव,ज्योत्सना जैन उपस्थित रहे।  कार्यक्रम में लेखक शहरयार खान के शोध पत्र कार्यस्थल पर यौन उत्पीडन कारण और निवारण का भी विमोचन हुआ। पुस्तक में 12 कहानियां हैं जो लेखक द्वारा टीवी चैनलों,अखबारों व अन्य स्त्रौतों से पहुंची। संग्रह को लेकर आकाश का कहना है कि जब भी समाचार या फिर किसी भी माध्यम से वह मीटू शब्द सुनते थे तो उनके मन में यह बात आती थी कि आखिर एक महिला की क्या मनोदशा होती है। कोई भी घटना शोषित को हमेशा परेशान करती है। उस घटना का प्रभाव उसके मन से कभी नहीं जाता है। साहसिक हैं ये नारियां जिन्होंने समाज के आकर खुले मंच पर अपनी आपबीती सुनाई।जल्द ही युवा पत्रकार से लेखक बने आकाश माथुर की इच्छा शोषित पुरुषों पर किताब लिखने की है  

Comments

Popular posts from this blog

सीहोर गुरु गोरखनाथ इंटरनेशनल इकाई का गठन

सीहोर (गौतम शाह ) दबंगो का कहर - घर पर लगाया ताला - पुलिस ने तोड़ा ताला

सीहोर (गौतम शाह ) केंसर से डरे नही हमारे साथ मिलकर लड़े , जवाहर केंसर हॉस्पिटल की ओपीडी सेवा का शुभारंभ