सीहोर (गौतम शाह) राजनीति के आगे आत्मा ने खुदकुशी कर ली कहते है आत्मा अमर है पर बीती रात जोरदार बारिश के बाद शरू हुई राजनीति ने इस अमर आत्मा को मार डाला अंधेरी रात ओर मूसलाधार बारिश ने एक ही रात में जिम्मेदारों की आत्मा को मार डाला नगरवासी अपने अपने स्तर पर ओर एक दूसरे के सहारे से किसी तरह जिंदगी की जंग लड़ते नजर आए एक के बाद एक मकान ध्वस्त होते गए शहर की 12 से अधिक कालोनियों जिसमे प्रमुख रूप से देवनगर इंग्लिश पूरा रानी मोहल्ला भोपाल नाका इंदौर नाके सहित 1दर्जन कालोनीया जल मग्न हो गई पाई पाई जोड़कर किसी तरह जमा की ग्रहस्ती का सामान बारिश के पानी की भेंट चढ़ गया मेंन रोड पर 3 से 4 फ़ीट पानी ने जनता को दोहरी मार दी दुकानों में घुसे पानी ने व्यपारियो की कमर तोड़ दी जैसे तैसे आंधेरी रात में दुकानदार अपनी अपनी दुकानों का सामान बचाने के लिए संघर्ष करते नजर आए तिनका तिनका जोड़कर बनाई ग्रहस्ती ओर व्यसाय को सिर्फ एक दिन में बर्बाद होते देख लोग न हस पा रहे थे और न ही ठीक से रो पा रहे थे अपनी नजरो के सामने अपनी ही बर्बादी का मंजर देख नगरवासी बेहाल हो उठे इस पूरे घटनाक्रम में आग में घी डालने का काम जिम्मेदारों ने किया जब असहाय जनता ने मदद की उम्मीद में जिम्मेदारों को फोन लगाना शरू किया तो आधिकतरो के मोबाइल फोन या तो बंद मिले या फिर रिसीव नही किये गए नगर के तीन प्रमुख पुलों जो कि छावनी को मंडी से जोड़ते है तकरीबन 4 घण्टे तक पानी होने के कारण बंद रहे बारिश की विभीषिका का अन्दाजा इस बात से लगा सकते है कि सिर्फ 6 घण्टे में 10 इंच बारिश हो गई नजरो के समाने हुई बर्बादी का मंजर जब लोगो ने सुबह देखा और नुकासान का आंकलन किया तो दिल फटने लगा क्रोधित जनता ने कोतवाली चोरहे सहित देवनगर कालोनी ओर गंगा आश्रम में चक्का जाम कर अपना गुस्सा निकलने का प्रयास किया जैसे ही चक्का जाम की सूचना प्रशाशन ओर नेताओ को मिली सक्रिय हुवे प्रशासन के अधिकारियों के साथ नेता अपने घरों से बाहर निकले जनता को समझाने का प्रयास करने लगे इधर प्रभारी मंत्री को ही जनता ने घेर लिया उनका काफिला रोक कर अपना दर्द प्रभारी मंत्री से साझा किया मंत्री भी शहर की हालत देखकर हैरान थे पर अब क्या हो सकता था राहत पैकेज की बात कर प्रभारी मंत्री ने जरूर घाव पर मरहम लगाने का कार्य जरूर किया पर इस बर्बादी के पीछे किसी की जिम्मेदारी तय नही की गई कि आखिर क्यो शहर बर्बाद हुवा क्यो पानी निकासी की उचित व्यवस्था नही की गई क्यो भारी बारिश की चेतावनी के बाद भी प्रशासन नही जागा क्यो नगर की जनता को बर्बाद होने के लिए खुला छोड़ दिया गया क्यो जिम्मेदार रात में अपने घरों से नही निकले शहर की बोली भाली ओर बारिश से बर्बाद जनता के साथ बुद्धिजीवी लोग भी इन प्रश्नों का उत्तर ढूंढ रहे है

Comments

Popular posts from this blog

सीहोर गुरु गोरखनाथ इंटरनेशनल इकाई का गठन

सीहोर (गौतम शाह ) दबंगो का कहर - घर पर लगाया ताला - पुलिस ने तोड़ा ताला

सीहोर (गौतम शाह ) केंसर से डरे नही हमारे साथ मिलकर लड़े , जवाहर केंसर हॉस्पिटल की ओपीडी सेवा का शुभारंभ